एक साधारण आदमी एक
संतरी से नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक बना
A simple man become Nobel Prize
winning scientist from a Sentry
friends हम सब जानते है कि एक घटना,
एक वाकया, लोगों की जिंदगी बदल देती है । ऐसे
ही प्रसद्धि Nobel Prize Winner बर्नर हाईजनबर्ग के जीवन की
है ।
पश्चिमी
जर्मनी के बर्नर हाईजनबर्ग भी Nobel Prize के विजेता होने से पहले
एक साधारण संतरी थे और इनके जीवन को एक book ने बदल दिया ।
एक book ने एक simple man को जो एक Sentry था । उसे एक विलक्षण Scientists बना दिया।
एक book एक व्यक्ति की life के कितने आयाम खोल सकती है उसे
कितना प्रभावित कर सकती है इस बात का जीवन्त example है महान
बर्नर हाईजनबर्ग।
बर्नर
हाईजनबर्ग जब nineteen years के थे तब वह एक school में Sentry की duty किया करते थे । one day उन्हें duty देते समय कहीं से एक book मिली। यह book प्रसिद्ध दार्शनिक प्लेटो की थी जिसका नाम “तिमैयस”
था । इस book में प्राचीन यूनान के भौतकी के
प्रमाणिक सिद्धांत दिए हुए थे ।
तिमैयस
नाम की इस पुस्तक ने एक व्यक्ति को संतरी से famous scientist बना दिया । बर्नर
हाईजनबर्ग ने जब यह book पढ़ी तो उनको इतनी रूचि हुई की
उन्होंने भौतकी के क्षेत्र में कुछ करने की ठान ली । फिर क्या था, उन्होंने इतनी मेहनत की कि वह 23 year की आयु तक
अपनी बेजोड़ प्रतियों के बल पर गोटिजेन में प्रोफेसर मैक्स प्लांक के सहायक के पड़
पर नियुक्त हो गये । फिर तो उन्होंने कभी पीछे मुड़कर देखा ही नहीं । वह एक के बाद
एक सफलता के नए शिखर पर चढ़ते गये ।
अपने
जीवन के चौबीसवें साल के बीतने तक कोपेन हेगन के university में lecturer
हो गये थे । और 26 year की age में वह लीपजिंग में professor की post पर आसीन हो गये । और 32 वर्ष की age तक पहुँचते –
पहुँचते अपने अनुसन्धानों के base पर भौतकी
विज्ञान में उनके असाधारण योगदान के लिए उन्हें Nobel Prize प्रदान
किया गया ।
इस प्रकार “तिमैयस” नाम की एक book
ने एक साधारण से संतरी को एक विश्व विख्यात Nobel Prize विजेता वैज्ञानिक बना दिया ।
Friend’s, आप को मेरी “A simple man become Nobel Prize
winning scientist from a Sentry” true motivational story, Hindi में कैसी लगी? क्या ये story सबकी life (personalty) में positivity ला सकने में कुछ सहयोगी
हो सकेगी, if yes तो please comments के द्वारा जरुर बताये ।
R
elated Post
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