शिवाजी- खिचड़ी ने
सिखाई रणनीती - जीता साम्राज्य
friends आज जो मैं
जो घटना आप के साथ share कर रही हूँ वो मराठा राजपुत्र शिवा जी महाराज के जीवन की
है।
बात उन दिनों की है, जब शिवा जी ने मुगलों के विरुद्ध युद्ध छेड़ रखा
था । और उस समय शिवा जी मुगलों के साथ छापा
मार युद्ध कर रहे थे । युद्ध करते करते, एक
दिन वे जंगल में फस गये और छिपते छिपाते वे एक वनवासी की झोंपड़ी पर पहुँच गये।
वहाँ उनको एक बुढ़िया मिली, तो उसे देख- शिवा जी ने उस बुढ़िया से प्रार्थना की – “माँ
मैं भूखा हूँ क्या मुझे भोजन मिल सकता है”
उस बुढ़िया ने बड़े सम्मान से कहा हाँ क्यों नहीं बेटा, तुम बैठो मैं
अभी इंतजाम करती हूँ । बुढ़िया ने बड़े प्रेम से खिचड़ी बनाकर प्रेमपूर्वक शिवा जी को
परोस दी।
शिव जी को भूख बहुत तेज लगी थी, इसलिए जल्दी खाने की आतुरता में
उन्होंने अपना हाथ खिचड़ी के बीचों बीच डाल दिया और अपनी उँगलियाँ जला बैठे । old
women ने यह दृश्य देखा तो उन्हें टोकते हुए बोली –“ तू देखने में लगता तो शिवा जैसा
है और काम भी बिलकुल उसी की तरह मुर्खता के करता है ।” यह सुनकर शिवा जी हत स्तब्ध
रह गये।
उन्होंने उस old women से पूछा – “ मैनें हाथ
जलाए तो मुझे मुर्ख कहना समझ में आया , पर शिव जी ने क्या मुर्खता की ?”
वह old women बोली –“ तूने किनारे का ठंडा rise
खाने की जगह बीच में हाथ डाला और जला बैठा । यही मूर्खता शिवा जी की भी है । वह मुग़ल साम्राज्य के
दूर बसे छोटे किलों को आसानी से जीतने की जगह बड़े किलों पर हाथ डालता है और मात खा
बैठता है ।” बात बड़े पते की कही थी old lady ने । शिवा जी को अपनी रणनीति की भूल का भान हुआ, और बूढी माँ को धन्यवाद देते
हुए वे वहाँ से निकल पड़े और अपनी सामरिक नीति को दोबारा से तैयार किया । फिर वे छोटे
लक्ष्यों को निर्धारित कर उन पर विजय प्राप्ति के पथ पर चल दिए और फिर छोटी छोटी विजय प्राप्त कर अंततः बड़ा मोर्चा भी जीत लिया ।
friends यही नीति हमारे सब के जीवन संग्राम में भी महत्व देती है और
हमारा साथ देती है । जो छोटे पर वास्तविक
लक्ष्यों को भूल कर बड़े लक्ष्यों की प्राप्ति में लगे रहते है और उसे ना प्राप्त
कर हतोत्शाहित हो जाते हैं । इसीलिए जो मनुष्य छोटे व वास्तविक लक्ष्यों को लक्ष्य
बना कर चलते हैं, वे उन्हें जीतते हुए अंततः जीवन के बड़े लक्ष्यों को जीतने में
पूर्णत: सफल होते हैं। और अपने आत्म विश्वास को जीत की बुलंदियों तक पहुंचाते हैं।
Friend’s, आप को मेरी, “Shiva ji- Khichdi Teaches
Strategies - Won the Empire” motivational story, Hindi में कैसी लगी? क्या ये
story सबकी life (personality) में positivity ला सकने में कुछ सहयोगी हो सकेगी,
if yes तो please comments के द्वारा जरुर
बताये ।
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