क्रोध से अच्छा है क्रोध के कारण को मिटा दे,
it has taken away due to anger is better than anger |
It has taken away due to anger is better than anger
जूलियस सीज़र की कहानियाँ हम सब ने school- college
में खूब पढ़ी हैं। आज में जूलियस सीज़र के जीवन की बातों को पुनः तरोताजा करने जा
रही हूँ । कुछ लोगों के लिए Julius Caesar
की ये बाते पुरानी होंगी तो कुछ लोगों के लिए नयी; क्योकिं कुछ लोगों ने Julius
Caesar को अच्छे से पढ़ा होगा तो कुछ लोगों
ने जूलियर के बारे में सुना तो होगा पर ज्यादा पढ़ा नहीं होगा,या फिर पढ़ कर भूल गये
होंगे। आज में जूलियर सीजर की life की एक truth event को आप के साथ share करने जा रही हूँ ।
जूलियस सीज़र एक history famous सम्राट है।
युवावस्था में सीज़र को भीषण संघर्षों से गुजरना पड़ा । एक सैनिक से सम्राट बनने तक
का सफ़र बहुत ही दिलचस्प रहा । जूलियस सीज़र का जन्म 101 ई. पू. में एक अभिजात्यवादी रोमन कुल में हुआ
था। इस कुल के लोग स्वयं को Venus
Goddess का वंशज मानते थे । जूलियस सीज़र ने अपने आप को एक तानाशाह
के रूप में स्थापित कर किया था । उसके राज्य में कहने को तो सारे प्रसाशनिक निर्णय
रोमन सीनेट की बैठक में लिए जाते थे परन्तु राज्यसत्ता का मुख्य केंद्र जूलियस
सीज़र का निवास स्थान ही होता था । जहाँ से वो अपनी सत्ता को चलाता व control करता
था ।
जूलियस सीज़र एक तानाशाह राजा तो था पर उसे अपने
गुस्से पर control करना बहुत ही अच्छे से आता था । और शायद यही कारण था की वो एक
सैनिक पद से सम्राट के पद तक का सफ़र तय कर पाया । एक बार की बात है जूलियस सीज़र को
कुछ पत्रों का एक पुलिंदा मिला जिसे उसके एक विरोधी ने सीज़र के लिए लिखा था । उन्हें
देख कर सीज़र को क्रोध आ रहा था। सीज़र ने उनको बिना पढ़े ही जला दिया।
यह देखकर सीज़र के एक मित्र ने उनसे कहा –“ आपने ये पत्र क्यों जला दिए। आप ने इन पत्रों
को जला कर अच्छा नहीं किया । आप को इन दस्तावेजों को सभाल कर रखना चाहिए, अपने
शत्रु के प्रमाण के रूप में ये पत्र अच्छे दस्तावेज साबित हो सकते हैं ।”
इस पर सीज़र ने अपने मित्र से बहुत ही संयत और सधे
शब्दों में कहा –“ मित्र तुम मेरे शुभचिंतक को इसके लिए धन्यवाद! यदपि मैं कोधित
हूँ पर अपने क्रोध के प्रति सदैव सतर्क रहता हूँ, और उसे नियंत्रित करता हूँ
क्योंकि मेरी दृष्टि में क्रोध को तो ख़तम नहीं किया जा सकता वो तो आ ही जाता है। इसलिए
मैं क्रोध के कारण को ही मिटा देना उचित समझता हूँ ।”
“Anger is a natural reaction, it is necessary to regulate,
It has taken away due to anger is better than anger”
Friend’s, आप को मेरी, “It has taken away due to
anger is better than anger” real life true motivational story, Hindi में कैसी
लगी? क्या ये story सबकी life (personality) में
positivity ला सकने में कुछ सहयोगी हो सकेगी, if yes तो please comments के द्वारा
जरुर बताये ।
One
Request: Did you like this personal
development base motivational story in
Hindi? If yes, become a fan of this blog...please
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें